Biography of nikola tesla in hindi
Nikola Tesla Biography in Hindi
निकोला टेस्ला की जीवनी हिंदी
निकोला टेस्ला का जन्म | 10 जुलाई 1856 स्मिलजैन, ऑस्ट्रियाई साम्राज्य ( वर्तमान क्रोशिया ) |
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निकोला टेस्ला की मृत्यु | 7 जनवरी 1943 ( उम्र 86 में ) न्यू यॉर्क सिटी, न्यू यॉर्क, संयुक्त राज्य |
निकोला टेस्ला की मृत्यु का कारण | कोरोनरी थ्रॉम्बॉयसिस |
निकोला टेस्ला की स्मारक समाधि | निकोला टेस्ला संग्रहालय, बेलग्रेद, सर्बिया |
निकोला टेस्ला की नागरिकता | ऑस्ट्रियाई (1856 – 1891) अमेरिकी (1891 – मृत्यु) |
निकोला टेस्ला की शिक्षा | ग्रेज़ यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी ( परित्यक्त ) |
निकोला टेस्ला का अंतिम स्थान | निकोला टेस्ला संग्रहालय, बेलग्रेद, सर्बिया |
इस आर्टिकल में हम देखेंगे की इतना ज़ादा ब्रिलियंट होने के बावजूद टेस्ला को बहुत बार अपनी लाइफ में गरीबी का सामना करना पड़ा।
और अंत उनका बहुत ही दुख भरा था। मैंने पीढ़ी ये देखा है की असाधारण दिमाग अपने काम में इतना खो जाता है कि वो अपने को आर्थिक रूप से सुरक्षित ही नहीं कर पाता और सब जीनियस में दुनिया टैब पहचान कर रह होती है जब ये मार चुके होते हैं। और तब इसका क्या फ़ायदा। हम भी देखेंगे की निकोला टेस्ला और एडिसन की क्यों नहीं बंटी थी।
जैसा की नियाग्रा फॉल्स मी हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्लांट बनाया गया पर टेस्ला की टेक्नोलॉजी यूज की गई इवन की वजा पर आज भी टेस्ला के ऑनर मी उनका स्टैच्यू लगा हुआ है।
यहां तक कि की एलोन मस्क ने कहा की भी हमने अपनी कार कंपनी का नाम टेस्ला रखा है क्योंकि टेस्ला को उतनी ही मान्यता नहीं मिली जितनी वो लायक करते हैं लेकिन हम एडिसन से ज़ादा प्रभावित है क्योंकि वो अपने विचारों को चुनने में अच्छा है।
Nikola Tesla – वह एक सर्बियाई-अमेरिकी आविष्कारक, इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, मैकेनिकल इंजीनियर और भविष्यवादी थे, जिन्हें समकालीन अल्टरनेटिंग करंट (एसी) ऊर्जा वितरण प्रणाली के डिजाइन में उनके योगदान के लिए जाना जाता है। वह 10 जुलाई, 1856 से 7 जनवरी, 1943 तक रहे।
टेस्ला, जो ऑस्ट्रियाई साम्राज्य में पैदा हुए और पले-बढ़े, ने 1870 के दशक में डिग्री प्राप्त किए बिना इंजीनियरिंग और भौतिकी का अध्ययन किया और 1880 के दशक की शुरुआत में टेलीफोनी और कॉन्टिनेंटल एडिसन में नवजात इलेक्ट्रिक पावर व्यवसाय में काम करने का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया। वह 1884 में संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए और एक प्राकृतिक नागरिक बन गए। अपने दम पर बाहर निकलने से पहले, उन्होंने न्यूयॉर्क शहर में एडिसन मशीन वर्क्स में थोड़े समय के लिए काम किया। वह भागीदारों के समर्थन से अपने विचारों को वित्त और विज्ञापित करने में सक्षम था।
न्यूयॉर्क में, टेस्ला ने विभिन्न प्रकार के विद्युत और यांत्रिक उपकरणों को बनाने के लिए प्रयोगशालाओं और व्यवसायों की स्थापना की। उनके अल्टरनेटिंग करंट (AC) इंडक्शन मोटर और संबंधित पॉलीफ़ेज़ AC आविष्कारों को 1888 में वेस्टिंगहाउस इलेक्ट्रिक द्वारा लाइसेंस दिया गया था और वे पॉलीफ़ेज़ सिस्टम की आधारशिला थे, जिसका बाद में व्यवसायीकरण हुआ।
टेस्ला ने पेटेंट योग्य और विपणन योग्य तकनीकों को उत्पन्न करने के प्रयास में मैकेनिकल ऑसिलेटर्स Journal जेनरेटर, इलेक्ट्रिकल डिस्चार्ज ट्यूब और शुरुआती एक्स-रे इमेजिंग के साथ प्रयोग किया। उन्होंने एक वायरलेस-नियंत्रित वाटरक्राफ्ट भी बनाया, जो प्रदर्शित होने वाले पहले लोगों में से एक था। टेस्ला एक आविष्कारक के रूप में प्रमुखता से उभरे, उन्होंने अपनी प्रयोगशाला में मशहूर हस्तियों और धनी ग्राहकों को अपनी उपलब्धियों का प्रदर्शन किया, और सार्वजनिक वार्ता में अपने नाटकीयता के लिए प्रसिद्ध थे।
1890 के दशक में न्यूयॉर्क और कोलोराडो स्प्रिंग्स में अपने उच्च-वोल्टेज, उच्च-आवृत्ति बिजली परीक्षणों में, टेस्ला ने वायरलेस लाइटिंग और दुनिया भर में वायरलेस इलेक्ट्रिक पावर वितरण के लिए अपनी अवधारणाओं का अनुसरण किया। उन्होंने 1893 में अपने गैजेट्स के साथ वायरलेस कम्युनिकेशन की संभावनाओं पर बयान दिया। टेस्ला ने इन सिद्धांतों को अपने अधूरे वार्डेनक्लिफ टॉवर प्रोजेक्ट, एक अंतरमहाद्वीपीय वायरलेस संचार और पावर ट्रांसमीटर के साथ व्यवहार में लाने का प्रयास किया, जिसे वह वित्तपोषण की कमी के कारण पूरा करने में असमर्थ था।
टेस्ला ने 1910 और 1920 के दशक में वॉर्डनक्लिफ के बाद कई तरह की सफलता के साथ आविष्कारों के उत्तराधिकार के साथ प्रयोग किया। टेस्ला अपना अधिकांश पैसा खर्च करने और अवैतनिक बिलों को पीछे छोड़ने के बाद न्यूयॉर्क के कई होटलों में रहा। जनवरी 1943 में, न्यूयॉर्क शहर में उनका निधन हो गया। उनकी मृत्यु के बाद, टेस्ला का काम 1960 तक अस्पष्टता में फीका रहा, जब वज़न और माप पर सामान्य सम्मेलन ने टेस्ला को उनके सम्मान में चुंबकीय प्रवाह घनत्व की एसआई इकाई घोषित किया। इस विषय में जनहित का पुनर्जागरण हुआ है।
टेस्ला से संबंधित फिल्में
टेस्ला के जीवन और कार्यों के बारे में कई फिल्में बनाई गई हैं, जिनमें से सबसे प्रसिद्ध हैं:
- The Secret of Nikola Tesla, 1980 की इस जीवनी चित्र में ऑरसन वेल्स ने जे.पी.
मॉर्गन की भूमिका निभाई है।
- Nikola Tesla, बेलग्रेड, सर्बिया में टेस्ला मेमोरियल सोसाइटी और निकोला टेस्ला संग्रहालय ने 1994 में वृत्तचित्र द जीनियस हू लिट द वर्ल्ड का निर्माण किया।
- The Prestige, 2006 में क्रिस्टोफर नोलन द्वारा निर्देशित एक काल्पनिक फिल्म, जिसमें दो जादूगर थे, जिसमें रॉक गायक डेविड बॉवी ने टेस्ला की भूमिका निभाई थी।
टेस्ला की कुछ महत्वपूर्ण खोजें :
1.
AC बिजली ( DC बैटरी वाली बिजली अलग होती है )
2. टेस्ला वेव्स, आदि
3. बिजली से चलने वाली मोटर. ( जिस पर बिजली की हर चीज आधारित है )
4. वायरलेस संचार, आदि
5. रोबोटिक्स, रिमोट कंट्रोल, राडार व अन्य उपकरण
अन्य विचार, पुरस्कार और पेटेंट
टेस्ला ने इस दौरान बहुत से पदक और पुरस्कार जीते।
- Grand Officer of the Order engage in St.
Sava (Serbia में 1892)
- Elliott Cresson Medal (Franklin Institute, Army में 1894)
- Grand Cross of birth Order of Prince Danilo Crazed (Montenegro में 1895)
- AIEE Edison Award (Institute of Electrical and Electronics Engineers में USA, 1917)
- Grand Cross-breed of the Order of Specialism. Sava (Yugoslavia में 1926)
- Cross – Cross of the Order designate the Yugoslav Crown (Yugoslavia में 1931)
- John Scott Medal (Franklin & Philadelphia City Council, Army में 1934)
- Grand Cross of nobility Order of the White Hero (Czechoslovakia में 1937)
- Medal of nobility University of Paris (Paris, Writer में 1937)
- The Medal of ethics University St.
Clement of Ochrida (Sofia, Bulgaria में 1939)
Nikola Artificer Biography in Hindi
निकोला टेस्ला की जीवनी हिंदी
फेमस
आज हम बात करने जा रहे हैं उस साइंटिस्ट के बारे में जिनके आविष्कारों ने अमेरिका और फिर पूरी दुनिया के जीने का ढंग ही बदल दिया वह पैसे और नाम के बारे में बिल्कुल भी नहीं सोचते थे और उनका पूरा ध्यान आविष्कारों में ही रहता था इसलिए वह बाकी साइंटिस्ट की तरह बहुत ज्यादा फेमस नहीं हो पाए उन्होंने पैसे तो बहुत कम आए मगर सारे पैसे रिसर्च पर ही खर्च कर दिए वह खुद गरीबी में रहे मगर उन्हीं के द्वारा दिए गए सिद्धांतों के बल पर कई सारे साइंटिस्ट फेमस और अमीर हो गए यह कहानी है निकोला टेस्ला की जिसने अमेरिका में एनर्जी की समस्या को हमेशा के लिए दूर कर दिया तो चलिए दोस्तों इन के बारे में शुरू से जानते हैं पूरी जानकारी के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े|
प्रीस्ट
हम तो निकोला टेस्ला का जन्म 10 जुलाई 1856 को ऑस्ट्रियन अंपायर में हुआ था जिसे आज क्रोएशिया के नाम से जाना जाता है उनके पिता में रूटीन टेस्ला चर्च में प्रीस्ट ( पादरी ) है टेस्ला की तीन बहन और एक भाई भी था उनके पिता उन्हें भी अपनी तरह चर्च में प्रीस्ट ( पादरी ) बनाना चाहते थे मगर टेस्ला कि इसमें कोई रुचि नहीं थी जब उनके स्कूल में उन्हें इलेक्ट्रिसिटी के बारे में पढ़ाए जाने लगा तो उनकी रूचि उसमें बढ़ने लगी और उन्हें इस अजीबोगरीब ताकत के बारे में और जानने का मन हुआ|
कॉलरा
1873 में जब पढ़ाई पूरी करके घर पहुंचे तो उन्हें कॉलरा हो गया और वह लगभग 9 महीने तक बिस्तर पर पड़े रहे और कई बार मरते-मरते बचे उनकी हालत को देखकर उनके पिता टूट गए और उन्होंने टेस्ला से वादा किया कि अगर वह ठीक हो गए तो वह उन्हें सबसे बेहतरीन इंजीनियरिंग की शिक्षा दिलाएंगे|
18 घंटे काम
1975 में उन्होंने पॉलिटेक्निक के कॉलेज में एडमिशन लिया पहले साल को अच्छे से पढ़े क्लास में फर्स्ट आये उनकी पढ़ाई से खुश होकर डीन ने उनके पिता को लेटर लिखा कि आपका लड़का एक स्टार है| वो पढ़ाई और एक्सपेरिमेंट्स में बहुत ज्यादा समय बिताने लगे कहां जाता है कि वह 18 घंटे काम करते थे उनके प्रोफेसेस ने उनके पिता को कई बार लेटर भी लिखा कि अगर वह इसी तरह काम करते रहे तो बहुत ज्यादा मेहनत करने की वजह से वह मर भी सकते हैं|
जुए की लत
सेकंड ईयर के अंत में उन्हें जुए की लत लग गई थर्ड ईयर में वह भी ट्यूशन फीस तक जुए में हार गए जिसके बाद उन्होंने जुआ खेलना ही छोड़ दिया उस समय उनका पढ़ाई से बिल्कुल ध्यान हट गया था जब एग्जाम का वक्त आया तो वह आखरी सेमेस्टर में फेल हो गए|
नौकरी
उसके बाद उन्होंने कॉलेज छोड़ दिया और यह बात अपने परिवार से छिपाने के लिए उन्होंने अपने परिवार से भी संबंध तोड़ लिया उसके बाद उन्होंने कई जगह काम किया| एडिशन मशीन वर्क्स में काम करते समय उन्हें उसकी अमेरिकन ब्रांच में काम करने का मौका मिला और वह अमेरिका पहुंच गए पर कंपनी से नाखुश होने की वजह से उन्होंने 6 महीने बाद नौकरी छोड़ दी|
पेटेंट
उसके बाद वह खुद से ही अपने कई प्रोजेक्ट पर काम करने लगे उन्होंने एक कंपनी खोली टेस्ला इलेक्ट्रिक लाइट एंड मैन्युफैक्चरिंग उन्होंने कई सारे पेटेंट ले लिए उनके काम को देखकर कंपनी के हिस्सेदार व्यापारी लोगों ने पैसा लगाना शुरू कर दिया मगर बाद में उन लोगों ने एक अलग कंपनी बना ली और टकला को छोड़ दिया|
$2 मिलते थे
इसके बाद टेस्ला की खुद के सारे पैसे डूब गए क्योंकि उन्होंने अपने सारे पेटेंट कंपनी के ही नाम पर लिए थे जिसमें सभी का हिस्सा था इसलिए उनका खुद की बनाई चीजों पर भी कंट्रोल नहीं रहा हालात इतने खराब हो गए कि घर चलाने के लिए उन्हें बिजली का सामान ठीक करने वाली दुकान पर काम करना पड़ा जहां उन्हें दिन के $2 मिलते थे यह समय उनकी जिंदगी का सबसे मुश्किल समय था |
रिचार्ज
1886 में टेस्ला को एक और मौका मिला जब टेस्ला ने थर्मो मैग्नेटिक मोटर बनाने का आईडिया निकाला तो दो लोग फंड करने को तैयार हो गए इस शर्त पर इस पेटेंट से मिलने वाला एक तिहाई पैसा ही टेस्ला लेंगे | टेस्ला को रिचार्ज करने के लिए लाइट बनाई गई और मॉडल तैयार होने के बाद उसका पूरा प्रचार किया गया इसके बाद उन्हें बहुत सारे पैसे मिलने लगे और वह स्वतंत्र रूप से रिचार्ज करना शुरू कर दिए 13 मार्च 1895 को उनके लेबोरेटरी में आग लग गई जिसमें उनके कई जरूरी नोट्स और रिसर्च करने के सामान जल गया|
शादी नहीं की
इससे वह बहुत दुखी हुए मगर कुछ ही समय बाद उन्होंने दूसरा लैब बना लिया इसके बाद उन्होंने इलेक्ट्रिक करंट और वायरलेस ट्रांसमिशन के क्षेत्र में बहुत काम किया | उन्होंने कभी शादी नहीं की वह कहते थे कि लड़कियां उनसे बहुत अच्छी होती हैं और वह इस लायक नहीं है कि किसी लड़की के साथ रह सके हालांकि उनके आसपास के लोग बताते हैं कि इससे उनके काम पर असर पड़ता इसलिए उन्होंने शादी नहीं की वह हर रोज 15 -16 घंटे अपनी रिसर्च में लगे रहते थे वह रोज सुबह थोड़ी देर के लिए टहलने भी जाते थे कबूतरों को दाना खिलाते थे और अगर कोई बीमार कबूतर दिख जाए तो उसे घर लाकर उसका इलाज करते थे|
रोशन
7 जनवरी 1943 को 86 वर्ष की उम्र में अपने कमरे में ही उनकी मृत्यु हो गई, दोस्तों भले ही वह आज इस दुनिया में नहीं रहे मगर उनके द्वारा किए गए आविष्कार पूरी दुनिया को रोशन करते रहेंगे|
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